अशोक प्रियदर्शी
ये पंक्तियां है वीणा मिश्रा की, जिन्होंने बुधवार को नवादा दैनिक भास्कर कार्यालय में पोर्न साइटस पर प्रतिबंध के लिए शुरू किए गए अभियान के अवसर पर गढ़ी हैं। वीणा मिश्रा की अध्यक्षता में महिलाओं के लिए काम करने वाली महिला सोशल वर्करों के बीच परिचर्चा हुई। इसमें महिला कार्यकर्ताओं ने दैनिक भास्कर के इस अभियान की खूब सराहना की । महिलाओं ने कहा पोर्न साइट्स की वजह से समाज में मानसिक और यौन विकृति आ रही है। गैंगरेप,छेड़खानी व अश्लीलता की मुख्य वजह पोर्न साइट्स है। इससे बच्चे और युवा पीढ़ी तेजी से इसके आगोश में आ रहे हैं। बच्चे कम उम्र में ही पौढ़ हो रहे हैं। पोर्न साइट की वजह से समाज में विकृत मानसिकता एवं योन विकृति हो रही है। सरकार को हरहाल में पोर्न साइट्स पर प्रतिबंद्ध लगाना चाहिए।
लड़कियों का जीवन बर्बाद कर रही पोर्न साइट्स
पोर्न साइट्स खतरनाक है। इससे लोग वहशी होते जा रहे हैं। इसका सबसे ज्यादा नुकसान लड़कियांे को हो रहा है। लोग वीडियो बनाकर पोर्न साइट्स पर अपलोड करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करता है। इससे उसका जीवन बर्बाद हो जाता है। सरकार को अविलंब हस्तक्षेप करना चाहिए। जागरूकता को लेकर स्कूली पाठयक्रम में लाना चाहिए।
पुष्पा कुमारी, राज्य सचिव, ज्ञान विज्ञान समित अभिभावकों को भी ऐसे साइटस से दूर रहने की जरूरत
ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियों में यौन विकृति बढ़ने की वजह पोर्न साइटस बन रही है। इसका जरिया उसके परिवार का स्मार्ट फोन बन रहा है। ऐसे में अभिभावकों को भी पोर्न साइटस से परहेज करने की जरूरत है। उन्हें अपने मोबाइल में इस तरह की चीजें नही रखनी चाहिए।
बिन्दु कुमारी, सामाजिक कार्यकर्ता, नवादा
पोर्न साइट समाज के लिए खतरनाक
साइबर क्राइम का शिकार लड़का लड़की दोनों शिकार हो रहे हैं। बच्चे अपरिपक्व होते हैं। पोर्न साइटस के कारण लोग इसके शिकार हो रहे हैं। इससे सामाजिक मूल्यों में गिरावट हो रही है। बच्चों को इसकी लत हो जाती है और कम उम्र में गलत कर बैठते हैं। पोर्न साइट्स पर हारहाल में प्रतिबंद्ध होना चाहिए।
कुमारी संगीता सिन्हा, जिला बाल संरक्षण इकाई, नवाद
कल्याणी कुमारी, सामाजिक कार्यकर्ता, नवादा
पोर्न साइट्स से होता है भटकाव, सरकार इसे बंद करे
कानूनी रूप से हत्या को सबसे बड़ा अपराध माना जाता है। लेकिन इससे एक व्यक्ति या परिवार प्रभावित होते हैं। लेकिन यौन और मानसिक विकृति से पूरा समाज प्रभावित हो रहा है। यह विकृति पोर्न साइटस से बढ़ रहा है। ऐसे साइटस को अविलंब बंद किया जाना चाहिए ताकि समाज को अपराधीकरण होने से बचाया जाय।
राज कुमारी, परियोजना प्रबंधक महिला हेल्प लाइन
असर कम किया जा सकता है
सोशल मीडिया को बंद कर देना चाहिए। इससे सिर्फ लड़की ही नहीं लड़के को भी खामियाजा भुगतना पड़ता है। विकृत मानसिकता के लोग किसी के साथ भी गलत हरकत करता है। सरकार को चाहिए इस तरह के सभी साइट्स बंद हो। इससे मानसिकता चेंज तो नहीं हो सकता है लेकिन असर को कम किया जा सकता है।
रानी सिन्हा, सामाजिक कार्यकर्ता, नवादा
अभिभावकों को सचेत होने की जरूरत
स्मार्ट फोन के जरिए घर में पोर्न प्रवेश कर गया है। पोर्न देखकर लड़के लड़कियों में सेक्स की भावना आ जाती है। इसके लिए माता पिता को भी जागरूक रहना चाहिए। यही नहीं, इससे संबंधित कानून भी कमजोर है। कार्रवाई की गति भी धीमी है।
बिन्दु कुमारी, सामाजिक कार्यकर्ता, नवादा
आरती के लिंक में मिल जाता है पोर्न साइटस
पोर्न साइट हरहाल में बंद होना चाहिए। इसमें ऐड कम्पनी का पैसा लगा होता है। पूजा के लिए आरती के लिंक में भी पोर्न साइटस का लिंक मिल जाता है। ताज्जुब कि वह हटाते नही हटता। जो नही भी देखना चाहता है, उसे देखने को मजबूर किया जा रहा है।
गौरी रानी, सामाजिक कार्यकर्ता, नवादा
अच्छाई पर बुराई हो रहा हावी
मोबाइल अच्छा भी है और खराब भी। कई साइट्स ऐसे हैं जो समाजिक जीवन और बच्चों की पढ़ाई के लिए काफी लाभप्रद है। लेकिन कुछ ऐसे साइट्स है जो समाज को बर्बाद कर रहा है। सरकार को चाहिए कि समाज में बुराईयां फैलाने वाले साइट्स पर प्रतिबंध लगाए।
वर्षा रानी, सामाजिक कार्यकर्ता, नवादा
साइबर अपराधियों पर कार्रवाई नहीं होने से बढ़ रहा पोर्न साइट्स
लड़कियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। अब पौढ़ से ज्यादा बच्चे बेहतर ढंग से मोबाइल आॅपरेट कर रहा है। पोर्न साइट देखना और अपलोड करना साइबर अपराध है। लेकिन साइबर अपराधियों पर कार्रवाई नहीं होने से पोर्न साइट्स में इजाफा हो रहा है। कुछ लोग दोस्ती के नाम पर लड़कियों के साथ गलत रिलेशन बनाते हैं और वीडियो बनाकर उसे धमकाते हैं।
प्रो. प्रमिला कुमारी, सामाजिक कार्यकर्ता, नवादा
राष्ट्रद्रोह से भी बड़ा अपराध
पोर्न साइटस राष्ट्रद्रोह से भी बड़ा अपराध कर रहा है। यह पूरे देश को मानसिक और यौन विकृति की ओर धकेल रहा है। इससे पूरा राष्ट्र की संस्कृति और प्रतिष्ठा को आघात पहुंच रहा है। इसमें समाज और सरकार बराबर की हकदार है। रामायण और गीता की जगह स्मार्ट फोन दे रहे हैं। सरकार को इसपर अविलंब रोक लगाने की जरूरत है।
वीणा कुमारी मिश्रा, सामाजिक कार्यकर्ता, नवादा





















































































































